Sant Namdev Aarti संत नामदेव महाराज आरती  
					
										
                                       
                  
                  				  जन्मता पांडुरंगे | जिव्हेवरी लिहिले | शतकोटी अभंग | प्रमाण कवित्व रचिले || १ ||
	 
	जय जयाजी भक्तरायां | जिवलग नामया | आरती ओवाळिता | चित्त पालटे काया || धृ.||
				  													
						
																							
									  
	 
	घ्यावया भक्तिसुख | पांडुरंगे अवतार |धरुनियां तीर्थमिषें | केला जगाचा उद्धार || जय.|| २ ||
				  				  
	 
	प्रत्यक्ष प्रचीती हे | वाळवंट परिस केला | हारपली विषमता | द्दैतबुद्धी निरसली || जय.|| ३ ||
				  											 
						
	 
							
							 
							
 
							
						
						 
																	
									  
	 
	समाधि माहाद्वारी श्रीविठ्ठलचरणी | आरती ओवाळितो | परिसा कर जोडू || जय जयाजी||४ ||