Shiv 108 Naam Mantra भगवान शिवाच्या अष्टोत्तर शतनामावली मंत्राचा जप केल्याने जीवनात सुख-समृद्धी येते
Shiv 108 Naam Mantra: सनातन धर्मात भगवान शिव उपासना याचे विशेष महत्त्व आहे. धार्मिक मान्यतेनुसार जो व्यक्ती रोज नित्य भगवान शिवाची पूजा करतो त्याला जीवनात सर्व प्रकारचे यश प्राप्त होते. तसेच त्यांचे सर्व संकट दूर होतात. असे मानले जाते की महादेवाची पूजा केल्याने ग्रहांमुळे होणारे रोग, दोष आणि समस्याही दूर होतात. भगवान शिवाला समर्पित अनेक मंत्र आणि स्तोत्रांचा उल्लेख शास्त्रात आढळतो. परंतु या सर्वांमध्ये भगवान शिवाच्या अष्टोत्तर शतनामावली मंत्राचा जप विशेष प्रभावी मानला जातो. चला वाचूया भगवान शिवाची ती 108 नावे ज्याचा जप केल्याने दररोज जीवनात सुख-समृद्धी येते-
भगवान शिव अष्टोत्तर शतनामावली मंत्र
ॐ दिग्वाससे नमः
ॐ कामाय नमः
ॐ मंत्रविदे नमः
ॐ परममन्त्राय नमः
ॐ सर्वभावकराय नमः
ॐ हराय नमः
ॐ कमण्डलुधराय नमः
ॐ धन्विते नमः
ॐ बाणहस्ताय नमः
ॐ कपालवते नमः
ॐ अशनिने नमः
ॐ शतघ्निने नमः
ॐ खड्गिने नमः
ॐ पट्टिशिने नमः
ॐ आयुधिने नमः
ॐ महते नमः
ॐ स्रुवहस्ताय नमः
ॐ सुरूपाय नमः
ॐ तेजसे नमः
ॐ तेजस्करनिधये नमः
ॐ उष्णीषिणे नमः
ॐ सुवक्त्राय नमः
ॐ उदग्राय नमः
ॐ विनताय नमः
ॐ दीर्घाय नमः
ॐ हरिकेशाय नमः
ॐ सुतीर्थाय नमः
ॐ कृष्णाय नमः
ॐ श्रृगालरूपाय नमः
ॐ सिद्धार्थाय नमः
ॐ मुण्डाय नमः
ॐ सर्वशुभंकराय नमः
ॐ अजाय नमः
ॐ बहुरूपाय नमः
ॐ गन्धधारिणे नमः
ॐ कपर्दिने नमः
ॐ उर्ध्वरेतसे नमः
ॐ उर्ध्वलिंगाय नमः
ॐ उर्ध्वशायिने नमः
ॐ नभस्थलाय नमः
ॐ त्रिजटाय नमः
ॐ चीरवाससे नमः
ॐ रूद्राय नमः
ॐ सेनापतये नमः
ॐ विभवे नमः
ॐ अहश्चराय नमः
ॐ नक्तंचराय नमः
ॐ तिग्ममन्यवे नमः
ॐ सुवर्चसाय नमः
ॐ गजघ्ने नमः
ॐ दैत्यघ्ने नमः
ॐ कालाय नमः
ॐ लोकधात्रे नमः
ॐ गुणाकराय नमः
ॐ सिंहसार्दूलरूपाय नमः
ॐ आर्द्रचर्माम्बराय नमः
ॐ कालयोगिने नमः
ॐ महानादाय नमः
ॐ सर्वकामाय नमः
ॐ चतुष्पथाय नमः
ॐ निशाचराय नमः
ॐ प्रेतचारिणे नमः
ॐ भूतचारिणे नमः
ॐ महेश्वराय नमः
ॐ बहुभूताय नमः
ॐ बहुधराय नमः
ॐ स्वर्भानवे नमः
ॐ अमिताय नमः
ॐ गतये नमः
ॐ नृत्यप्रियाय नमः
ॐ नृत्यनर्ताय नमः
ॐ नर्तकाय नमः
ॐ सर्वलालसाय नमः
ॐ घोराय नमः
ॐ महातपसे नमः
ॐ पाशाय नमः
ॐ नित्याय नमः
ॐ गिरिरूहाय नमः
ॐ नभसे नमः
ॐ सहस्रहस्ताय नमः
ॐ विजयाय नमः
ॐ व्यवसायाय नमः
ॐ अतन्द्रियाय नमः
ॐ अधर्षणाय नमः
ॐ धर्षणात्मने नमः
ॐ यज्ञघ्ने नमः
ॐ कामनाशकाय नमः
ॐ दक्षयागापहारिणे नमः
ॐ सुसहाय नमः
ॐ मध्यमाय नमः
ॐ तेजोपहारिणे नमः
ॐ बलघ्ने नमः
ॐ मुदिताय नमः
ॐ अर्थाय नमः
ॐ अजिताय नमः
ॐ अवराय नमः
ॐ गम्भीरघोषाय नमः
ॐ गम्भीराय नमः
ॐ गंभीरबलवाहनाय नमः
ॐ न्यग्रोधरूपाय नमः
ॐ न्यग्रोधाय नमः
ॐ वृक्षकर्णस्थितये नमः
ॐ विभवे नमः
ॐ सुतीक्ष्णदशनाय नमः
ॐ महाकायाय नमः
ॐ महाननाय नमः
ॐ विश्वकसेनाय नमः
ॐ हरये नमः